कैसेकै बौ जघै जाड़े काटनै के ताँई सई ना ही, इसताँई भौस्से लोगौ की जौ सला ही कै फीनिक्स मै पौंच कै जाड़ो काटैं। जौ करेत के जिहाज रुकनै को ऐंसो अड्डा है जिसकी रस्ता दक्खन, पच्छिम और उत्तर, पच्छिम की ओर खुलै है।
जब दखनैर हवा चलल लगी और उन्नै सोची कै हम अग्गे बढ़ सकै हैं इसताँई तबई पानी के जिहाज कै रोकनै बारे लंगरौ कै उठा लओ और जिहाज कै करेत टापू की आड़ सै होते भए अग्गे लेजाल लगे।