“मैं तौ एक यहूदी आदमी हौं जो किलिकिया के तरसुस मै पैदा भओ, पलो और ऐरूसलेम मै गमलीएल के धौंरे पढ़ो और अपने बापदादौं के नियमौ कै अच्छे सै सीको। मैं बी परमेसर को ऐंसो भक्त हौं जैसे तुम अब हौ।
पर मैं तेरे सामने जा बात कै मान लेबौ हौं कै मैं अपने बापदादौं के परमेसर की आराधना ईसु की रस्ता के हिसाब सै करौ हौं जिसकै जे बेकार कैबै हैं, और जो कुछ मूसा के नियम मै और नबिऔ की किताबौ मै जो लिखो है, उनके ऊपर मैं बिसवास करौ हौं।
तुमनै जौ बात बी सुनी होगी कै जब मैं यहूदी रीती रिबाज के हिसाब सै जिन्दगी जीवै हो तौ मेरो चाल-चलन कैसो हो। मैंनै परमेसर के बिसवासिऔ की मंडली के लोगौ कै भौत सताओ और उनकै नास कन्नै की कोसिस करी।
तीमुथियुस तू जानै है कै, मैंनै का सिकाओ और मैं कैसे जी रओ हौं और मेरे जीनै को मकसद का है। तैनै मेरो बिसवास, पियार, सबर और सबर रखनै की तागत देखर खाई है।