तबई मैंनै उनकै जबाब देते भए कैई कै, रोमी लोगौ को ऐंसो चलन ना है कै किसी बी आदमी कै अपनी सपाई देए बिना मौत की सजा दैं, जब तक कै आरोपी कै और इलजाम लगानै बारौ कै आमने-सामने खड़े होकै अपनी बात रखनै को मौको ना मिलै।
मगर परमेसर ईसराइलिऔ के बारे मै कैबै है, “आगियाँ ना माननै बारी और आगियाँ के खिलाप चलनै बारे लोगौ की ओर मैं सिगरे दिन अपने धौंरे आनै के ताँई उनको पैंड़ो देखतो रैहओ।”