पर ऐंसोई चलतो रैहओ और दो साल बीत गए तबई फेलिक्स की जघै मै पुरकियुस फेस्तुस राजपाल आओ। फेलिक्स नै यहूदी लोगौ कै खुस कन्नै के ताँई पौलुस कै जेल मैई कैदी बने रैहन दओ।
तबई मैंनै उनकै जबाब देते भए कैई कै, रोमी लोगौ को ऐंसो चलन ना है कै किसी बी आदमी कै अपनी सपाई देए बिना मौत की सजा दैं, जब तक कै आरोपी कै और इलजाम लगानै बारौ कै आमने-सामने खड़े होकै अपनी बात रखनै को मौको ना मिलै।