अगले दिन सच्चाई को पतो लगानै के ताँई कै पौलुस के ऊपर यहूदी लोगौ नै इलजाम काए लगाए हैं, सैनापति नै पौलुस कै रिहा कर दओ और मुक्ख पुजारिऔं, और यहूदी लोगौ कै इखट्टे होनै को हुकम दओ और पौलुस कै उनके सामने लाकै खड़ो करो।
तबई बानै दो सूबेदार कै अपने धौंरे बुलबाओ और कैई कै, “दो सौ सिपाई, सत्तर घोड़ा बारे, और दो सौ भाले बारौ कै रात के नौ बजे के बखत केसरिया जानै के ताँई तईयार करौ।
पाँच दिनौ के बाद बड़ो पुजारी हननियाह कुछ यहूदी नेताऔं और तिरतुलुस नाम के एक बकील कै संग लेकै केसरिया मै आए। बौ राजपाल के सामने पौलुस के ऊपर आरोप लगानै लगे।