बैबिचारी और परमेसर कै ना माननै बारी पीड़ी एक निसानी माँगै है, पर नबी योना की निसानी के अलाबा कोई और निसानी उनकै ना देई जागी।” फिर ईसु उनकै छोड़कै चलो गओ।
अगर कोई मैंकै और मेरी बातौं कै, बैबिचारी और पापी लोगौ के डर सै मेरो इनकार करैगो, तौ ‘मैं’ आदमी को लौंड़ा बी जब पबित्तर सुरगदूतौं के संग अपने अब्बा की महिमा मै आंगो, तब मैं बी उसको इनकार कर दंगो।”
इसताँई जगते रैहऔ और हर टैम पिराथना करते रैहऔ, जिस्सै तुम इन सब आनै बारे संकटौ सै बचनै और भरोसे के संग आदमी के लौंड़ा के सामने खड़े होनै के लायक बन जाऔ।”
पर मेरे नजरौ मै मेरी जान की कोई कीमत ना है, कैसेकै मैं अपनी दौड़ पूरी कन्नै की सोचौ हौं और परमेसर के किरपा की अच्छी खबर कै सुनानै के काम कै पूरो कन्नो चाँहौ हौं जिसके ताँई मैंकै परभु नै चुनो है।
तबई उन्नै बाके ताँई एक दिन ठैराओ और बहाँ भौस्से लोग इखट्टे भए जहाँ पौलुस रुको हो। पौलुस नै परमेसर के राज के बारे मै गभाई दई और मूसा के नियम और नबिऔ की किताबौ सै ईसु के बारे मै सुबे सै रात तक समजातो रैहओ।
कुपरूस जघै मै एक आदमी हो जिसको नाम यूसप हो और बौ एक लेबी गोत को हो। और भेजे भए चेला बाकै बरनबास नाम सै बुलाबै हे, जिसको मतलब है, “हिम्मत बढ़ानै बारो लौंड़ा।”
इसताँई सरब सकतिमान परभु जौ कैबै है कै, “तुम उन लोगौ के बीच मै सै लिकरकै अगल हो जाऔ और जो चीज असुद्द हैं उनकै ना छूँऔ, तौ मैं तुमकै अपनांगो। और मैं तुमरो अब्बा हौंगो और तुम मेरे बालक होओगे।”
मैंनै जौ छोटी सी चिट्ठी सिलवानुस के हात सै लिखबाई है, जिसकै मैं बिसवासजोग भईया मानौ हौं। मैं तुमकै समजाबौ हौं और अपनी जौ गभाई देवौ हौं कै, परमेसर की सच्ची किरपा जौई है और जाई मै बने रौह।