कैसेकै बौ जघै जाड़े काटनै के ताँई सई ना ही, इसताँई भौस्से लोगौ की जौ सला ही कै फीनिक्स मै पौंच कै जाड़ो काटैं। जौ करेत के जिहाज रुकनै को ऐंसो अड्डा है जिसकी रस्ता दक्खन, पच्छिम और उत्तर, पच्छिम की ओर खुलै है।
जब दखनैर हवा चलल लगी और उन्नै सोची कै हम अग्गे बढ़ सकै हैं इसताँई तबई पानी के जिहाज कै रोकनै बारे लंगरौ कै उठा लओ और जिहाज कै करेत टापू की आड़ सै होते भए अग्गे लेजाल लगे।
जब हम हौले हौले जाते भए कई दिनौ के बाद बड़ी मुसकल सै कनिदुस के सामने पौंचे। कैसेकै हवा उल्टी चल रई ही इसताँई हम सालेम के एक करेत टापू की आड़ सै होते भए अग्गे बढ़े।
किसी कै बड़े अचम्बे काम कन्नै की सकति, और किसी कै परमेसर की ओर सै बोलनै की सकति, और किसी कै अच्छी बुरी आत्मा कै परखनै की और किसी कै अगल अगल भासा बोलनै की और किसी कै भासाऔ को अरथ बतानै की सकति देर खाई है।
परमेसर नै बिसवासिऔ की मंडली मै अगल अगल आदमिऔ कै ठैरार खाओ है, पैलो भेजे भए चेलौ कै, नबिऔ कै, फिर गियान दैनै बारौ कै, फिर सकति के काम कन्नै बारौ कै, बेमारौं कै ठीक कन्नै को बरदान मिलनै बारौ कै, और दूसरौं की सायता कन्नै बारौ कै, और चीजौ को बन्दोबस्त कन्नै बारौ और दूसरी दूसरी भासा बोलनै बारौ कै।
मैं इसताँई तेकै करेत सैहर मै छोड़ आओ हो, कै तू बाकी बची भई बातौं कै सुदारै और मेरी आगियाँ के अनुसार हर सैहर मै बिसवासिऔ की मंडली के ताँई मुखियौं कै चुनकै खड़ो करै।