तबई बा यहूदी पिराथना घर मै जिसकै आजाद दास करकै बोलै हे बामै सै कुछ कुरैनी, सिकन्दरिया, किलिकिया और एसिया मुलक के लोग सितेफनुस के संग बैहैस बाजी करल लगे।
मैं अच्छी खबर सै ना सरमाबौ हौं, कैसेकै अच्छी खबर मुक्ति पानै के ताँई, जो उसके ऊपर बिसवास करै है, उन सबके ताँई परमेसर की सकति है पैले यहूदी के ताँई फिर यूनानी के ताँई।
मगर अब मैं पूँछौ हौं, “का उनौनै हमरी अच्छी खबर कै ना सुनो हो?” हाँ सुनो हो, कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “उनकी अबाज सिगरी धरती मै फैल गई, और उनके बचन दुनिया के एक ओर सै दूसरी ओर तक पौंच गए।”
और अब किसी मै कोई फरक ना है, चाँहे यूनानी होए या यहूदी, चाँहे खतना बारो होए या बिना खतना बारो, चाँहे सैहर को होए या जंगल को, चाँहे गुलाम होए या आजाद। मसी सिगरी बातौं मै सबई सै बढ़कै है और बौ हम सबई मै रैहबै है।
पतरस जो ईसु मसी को भेजो भओ चेला हो बाकी ओर सै, परमेसर के उन चुने भएऔं के नाम जो परदेसी होकै, पुन्तुस, गलातिया, कपदुकिया, एसिया और बिथुनिया इलाके मै सबई इतै-उतै रैहबै हैं।
“जो कुछ तू देखै है बाकै किताब मै लिखकै और बाकै इफिसुस, इसमुरना, पिरगमुन, थूआतीरा, सरदीस, फिलादेलफिया और लौदीकिया, इन सातौं जघै की बिसवासिऔ की मंडलिऔ कै भेज दे।”
यहून्ना की ओर सै एसिया की उन सात बिसवासिऔ की मंडलिऔ के ताँई लिखौ हौं। उस परमेसर की ओर सै जो है और जो हो और जो आनै बारो है, और उन सात आत्माऔ की ओर सै जो बाके सिंगासन के सामने हैं; तुमकै किरपा और सान्ति मिलती रैह।