तबई सिगरे बिसवासी लोग, और भेजे भए चेलौ और बिसवासिऔ की मंडली के मुखियौं नै जौ ठानो कै हम्मै सै कुछ लोगौ कै पौलुस और बरनबास के संग अन्ताकिया मै भेज दंगे। तबई उन्नै बरसब्बा जिसकै यहूदा बी कैबै हैं बाकै और सीलास कै छाँटो जो सिगरे भईयौ के मुखिया हे उनकै भेजो।
और पबित्तर सास्तर सै उनकै समजातो रैहओ कै मसी को दुख झेलनो और मर कै फिर सै जिन्दो होनो जरूरी हो कै, “जौई ईसु जिसकी कथा मैं तुमकै सुनावौं हौं मुक्ति दैनै बारो है।”
पर मेरे नजरौ मै मेरी जान की कोई कीमत ना है, कैसेकै मैं अपनी दौड़ पूरी कन्नै की सोचौ हौं और परमेसर के किरपा की अच्छी खबर कै सुनानै के काम कै पूरो कन्नो चाँहौ हौं जिसके ताँई मैंकै परभु नै चुनो है।
कैसेकै परमेसर को बेटा, ईसु मसी, जिसकी अच्छी खबर को सन्देसो सिलवानुस, तीमुथियुस और मैंनै तुमरे बीच मै दओ हो, बामै कबी हाँ और कबी ना दौनौ ना हे, पर बामै सिरप हाँ ही।
पर जब मैं तुमरे संग हो और जब्बी मैंकै किसी चीज की जरूरत पड़ी तौ बाके ताँई मैं किसी के ऊपर बोज ना बनो। कैसेकै जो भईया लोग मकिदुनिया मुलक सै आए हे उन्नै मेरी जरूरत कै पूरो करो। मैंनै हर एक बात मै खुद कै तुमरे ऊपर बोज ना बनन दओ और ना बन्नै दंगो।
पर अब तीमुथियुस तुमरे बिसवास और पियार की खबर लेकै लौहटो है। बौ हमकै बताबै है कै तुम हमेसा हमकै पियार सै याद करौ हौ और हम सै फिर मिलनै के ताँई जितने तुम बेचैन हौ उत्तेई हम बी हैं।
मैंनै जौ छोटी सी चिट्ठी सिलवानुस के हात सै लिखबाई है, जिसकै मैं बिसवासजोग भईया मानौ हौं। मैं तुमकै समजाबौ हौं और अपनी जौ गभाई देवौ हौं कै, परमेसर की सच्ची किरपा जौई है और जाई मै बने रौह।