तब यहूदिऔं नै आपस मै कैई, “जौ आदमी कहाँ जानो चाँहै है कै हम बाकै ना ढूंड़ सकैं? का बौ उन यहूदी लोगौ के धौंरे जागो, जो यूनानी लोगौ के बीच मै इतै-उतै होकै बसे पड़े हैं, और का बौ यूनानी लोगौ कै बी सिक्छा देगो?
बिरिया सैहर के लोग थिसलुनीके के यहूदी लोगौ सै अच्छे हे और इनौनै बड़े धियान सै परमेसर को बचन सुनो और पौलुस नै जो बात कैंई हीं उनकै रोज पबित्तर सास्तर मै ढूंड़ते रैहए कै जे बात सच्ची हैं कै झूँटी हैं।
इसताँई बौ रोज यहूदी लोगौ के पिराथना घर मै जाकै और यहूदी और गैर यहूदी लोगौ के संग बातचीत करल लगो और जो लोग बाकै घाट बजारौं मै मिलते उनके संग बैहैस करतो रैहतो।
तुमनै देखो और सुनो है कै बा पौलुस नै सिरप इफिसुस मै ना पर सिगरे एसिया के मुलक के लोगौ कै भड़का कै बैहका दओ है। और बानै कैई है कै, हात सै बनाए देबता सच्चे देबता ना हैं।
तबई उन्नै बाके ताँई एक दिन ठैराओ और बहाँ भौस्से लोग इखट्टे भए जहाँ पौलुस रुको हो। पौलुस नै परमेसर के राज के बारे मै गभाई दई और मूसा के नियम और नबिऔ की किताबौ सै ईसु के बारे मै सुबे सै रात तक समजातो रैहओ।
परभु को डर मानते भए हम लोगौ कै समजानै की कोसिस करै हैं और परमेसर हमकै अच्छे ढंग सै जानै है, और मैं जौ उमीद करौ हौं कै तुमरो मन बी जौ बात जरूर जानै है।