जौ सब होनै के बाद पौलुस नै अपने दिल मै मकिदुनिया और अखाया इलाके सै होते भए ऐरूसलेम जानै की ठान लई और कैई कै, “बहाँ जानै के बाद मेरो रोम मै जानो बी सई होगो।”
बहाँ तीन महीना रैहनै के बाद बौ पानी के जिहाज सै सीरिया जानै के ताँई सोच रओ हो, तौ जबई बा बखत मै कुछ यहूदी लोगौ नै बाके बिरोद मै चाल चली, इसताँई बानै मकिदुनिया सै होते भए लौहट जानै की सोची।
और हम अदरमुतियुम नाम की जघै सै एक पानी के जिहाज मै जाकै बैठे जो एसिया के छोटे छोटे मुलक सै होकै जानै के ताँई तईयार हो। अरितरखुस नाम को एक आदमी हो और बौ मकदूनी के थिसलुनीकिया सैहर को रैहनै बारो हमरे संग सफर कर रओ हो।
जौ चिट्ठी मसी ईसु की सेवा कन्नै बारे पौलुस और तीमुथियुस की ओर सै, फिलिप्पी मै रैहनै बारे मसी ईसु के सिगरे बिसवासी लोगौ कै और मुखियौं कै, और सेवकौ कै,
और तुम जौ बात बी जानौ हौ कै तुमरे धौंरे आनै सै पैले फिलिप्पी मै हमकै दुख झेलनो और बुरो बरताब सैहनो पड़ो। पर फिर बी हमनै परमेसर की सायता सै बड़े बिरोद को सामनो करते भए, बिना डरे तुम लोगौ के बीच मै परमेसर की अच्छी खबर कै सुनाओ है।