कुछ दिनौ के बाद पौलुस नै बरनबास सै कैई, “चल उन सैहरौं मै चलैं जिनमै हमनै परभु को बचन को परचार करो हो। बहाँ जाकै बिसवासी भईयौ कै देखलैं कै बे कैसे हैं।”
जब दखनैर हवा चलल लगी और उन्नै सोची कै हम अग्गे बढ़ सकै हैं इसताँई तबई पानी के जिहाज कै रोकनै बारे लंगरौ कै उठा लओ और जिहाज कै करेत टापू की आड़ सै होते भए अग्गे लेजाल लगे।
अरितरखुस, जो मेरे संग जेल मै कैद है और मरकुस जो बरनबास को चचेरो भईया लगै है, बाकी ओर सै बी तुमकै नमस्कार; और मरकुस के बारे मै मैंनै तुमकै पैलेई जौ आगियाँ देर खाई ही कै जब बौ तुमरे धौंरे आगो तौ तुम बाको सुआगत करिओ।