5 “मैं याफा सैहर मै पिराथना कर रओ हो और पिराथना करते करते मैंनै एक दरसन देखो कै एक चद्दर के हाँई कोई बड़ी चीज चारौ कौने सै लटकती भई, आसमान सै मेरे धौंरे उतरकै आई।
लुद्दा याफा सैहर के धौंरेई है। जब चेलौ नै जौ सुनी कै पतरस लुद्दा मै है, तबई उन्नै दो आदमी कै जौ बिनती के संग पतरस के धौंरे भेजो कै, “तुरन्तई हमरे धौंरे आ जाऐ।”