मैं तौ पानी सै तुमकै मन फिरानै को जल संस्कार देवौ हौं, पर जो मेरे बाद आनै बारो है, बौ मैंसै महान है, मैं तौ उसके जूता के फीता खोलनै के लायक बी ना हौं, बौ तुमकै पबित्तर आत्मा और आग सै जल संस्कार देगो।
तबई यहून्ना नै उन सबई कै जौ कैते भए जबाब दओ “मैं तौ तुमकै पानी सै जल संस्कार, देरओ हौं, पर जो मैंसै जादा सकतिसाली है बौ आ रओ है, और मैं तौ उसके जूता के फीता खोलनै कै लायक बी ना हौं, पर बौ तुमकै पबित्तर आत्मा और आग सै संस्कार देगो।
और मैं तौ बाकै ना पैचानै हो, पर जिसनै मैंकै पानी सै जल संस्कार दैनै भेजो, बाई नै मैंसै कैई, ‘जिसमै तू आत्मा कै उतरते और ठैरते देखै, पबित्तर आत्मा सै जल संस्कार दैनै बारो बौई है’।
कैसेकै हम सबई चाँहे यहूदी हौं, या गैर यहूदी या गुलाम, या आजाद हौं, पर सबई नै एकई आत्मा सै एकई सरीर होनै के ताँई जल संस्कार लओ है। पियास बुझानै के ताँई सबई कै एकई आत्मा दई गई है।
तौ बानै हमकै मुक्ति दई, और जौ हमरे धरम के कामौ के कारन ना, पर अपनी दया के अनुसार उसनै हमरी रक्छा उस इसनान के दुआरा करी जिसमै हम फिर पैदा होवै हैं और पबित्तर आत्मा के दुआरा नए बनाए जावै हैं।