उसकै देखकै ईसु कै पियार आओ और उसनै कैई, “तैमै अबी बी एक बात की कमी है। जा, जो कुछ तेरो है उसकै बेचकै गरीबौ मै बाँट दे तौ तेकै सुरग मै धन मिलैगो, और आकै मेरे पीछे हो ले।”
ओ भईयौ और बहनौ, परमेसर नै तुमकै आजाद रैहनै के ताँई बुलाओ है, पर ऐंसो ना होए कै तुमरी आजादी सरीर के बुरे कामौ की ओर होए। पर पियार सै एक दूसरे की सेवा करौ।
मसी को खून भौत कुछ कर सकै है, मसी तौ हमेसा की आत्मा के दुआरा हमरे परमेसर के सामने निरदोस चढ़ाबो करकै खुद कै चढ़ाओ, तब तौ बाको खून जरूर मौत की ओर लेजानै बारे कामौ सै हमरे मन कै सुद्द करैगो, जिस्सै हम जिन्दे परमेसर की सेवा करैं।
जौ पानी बा जल संस्कार के हाँई है जिस्सै अब तुमकै मुक्ति मिलै है; जल संस्कार को मतलब सरीर को मैल धोनो ना हैं बलकन सच्चे मन सै परमेसर के संग बादो कन्नो है। जौ जल संस्कार ईसु मसी के फिर सै जिन्दे होनै के दुआरा हमरी मुक्ति करै है।
पर अगर जैसे बौ खुद जोती मै है, बैसेई हम बी जोती मै चलैं, तौ एक दूसरे के संग हमरो अच्छो मेल-जोल होगो और परमेसर को लौंड़ा ईसु को खून हमकै सबई पापौं सै सुद्द कर देवै है।