12 मेरे धौंरे लिखनै के ताँई भौस्सी बात हैं, मगर मैं जौ कागज और सिआई सै ना लिखनो चाँहौ हौं। पर मैंकै उमीद है कै मैं तुमरे धौंरे आकै आमने-सामने बैठकै बात करंगो। जिस्सै हमकै पूरी खुसी मिलै।
इसताँई जब मैं इसपानिया देस मै जांगो तौ तुमरे धौंरे सै होतो भओ जांगो कैसेकै मैंकै उमीद है कै इसपानिया जाते भए तुमसै मिलंगो। और तुमरे संग कुछ दिन रुकनै की खुसी के संग मैंकै उमीद है कै बहाँ की यातरा के ताँई मैंकै बिदा करौगे।
इसताँई जब मैं आंगो, तौ बाके कामौ कै जो बौ कर रओ है उनको हिसाब लंगो। बौ हमरे बारे मै बुरी-बुरी बातौं कै बोलकै बदनाम करै है, और बाकै इन बातौं सैई सबर ना है। बौ दूसरे भईयौ को बी सुआगत ना करै है, और जो लोग कन्नो चाँहै हैं, उनकै बी मनैह करै है, और बिसवासिऔ की मंडली सै लिकार देवै है।