उनमै सै किसी कै बी कुछ की कमी ना ही कैसेकै जिस किसी के धौंरे खेत या घर होवै हे, तौ बे उनकै बेचकै जित्ती रकम मिलै ही बाकै भेजे भए चेलौ के पाँऐऔं मै रख देवै हे। और जिसकै जैसी जरूरत होवै ही बैसेई उनकै बाँट देवै हे।
कैसेकै जो तुमरी दैनै की इच्छा है, तौ बौ बाई मै सै दे, जो कुछ बाके धौंरे है, ऐंसोई दान परमेसर कै अच्छो लगै है। पर ना कै बौ बाके हिसाब सै देए, जो बाके धौंरे ना है।
हमरी इच्छा जौ है कै, अगर तुमरे धौंरे भौस्सो है, तौ बौ उनकी कमी कै पूरी कन्नै के ताँई काम मै आय, जिस्सै कै आनै बारे बखत मै उनके धौंरे बी जादा हो जाय और बे बी तुमरे काम मै आँए कै सबई बराबर हो जाँय।