7 और सिरप बाके आनै सैई ना बलकन बा तसल्ली सै बी जो बाकै तुम लोगौ की ओर सै मिलै है। मेरी खुसी और बी जादा इसताँई बढ़ गई कै बानै मेरे ताँई तुमरी लगन, तुमरे दुख और तुमरे हिम्मत की खबर मैंकै दई।
मैंनै अपनी चिट्ठी सै तुम लोगौ के दिल मै चोट पौंचाई है। पर फिर बी मैंकै जाकै लिखनै को कुछ दुख ना है। मैंकै तौ जौ देक्कै दुख भओ हो कै बा चिट्ठी नै तुम लोगौ कै थोड़े बखत के ताँई दुखी कर दओ हो।
मेरी इच्छा और आस जौई है कै चाँहे मैं मरौं या जिन्दो रैहऔ मेरी किसी बात मै बेजती ना होए, पर मेरे सरीर सै हमेसा पूरी हिम्मत के संग मसी की महिमा होती रैहऐ जैसी हमेसा होवै है, और अब्बी हो रई है।
मैं अबी तुमसै भौत दूर हौं पर दिल सै तुम लोगौ के संग हौं और मैंकै जौ बात सुनकै भौत खुसी होवै है कै, तुम अपनी जिन्दगी मै नियम सै चल रए हौ और तुमरो बिसवास मसी मै पक्को है।
पर अब तीमुथियुस तुमरे बिसवास और पियार की खबर लेकै लौहटो है। बौ हमकै बताबै है कै तुम हमेसा हमकै पियार सै याद करौ हौ और हम सै फिर मिलनै के ताँई जितने तुम बेचैन हौ उत्तेई हम बी हैं।
पियारे सातिऔं, मैं उस मुक्ति के बारे मै लिखनै की कोसिस कर रओ हो जिसमै हम सब सामिल हे, पर जौ मैंनै लिखनो और बिनती कन्नो जरूरी समजो कै तुम बा बिसवास के ताँई बड़े जोस सै कोसिस करते रौह जो हमेसा के ताँई परमेसर के पबित्तर लोगौ कै देओ गओ हो।