फिर कौन है जो सजा की आगियाँ देगो? मसी ईसु बौ हो जो मर गओ पर बौ मुरदौं मै सै फिर जी उठो, और परमेसर के खाने हात की ओर बैठो है, और हमरे ताँई बिनती बी करै है।
पर जैसो पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “जिन बातौं कै ना तौ आँखौ नै देखो और ना कानौ नै सुनो, और नाई कोई आदमी उनकै अपने मन मै सोच सकै है। बेई बात परमेसर नै अपने पियार कन्नै बारौ के ताँई तईयार करी हैं।”
जब हमरे मौह सै परदा हट गओ है तौ हम एक दरपन के हाँई हैं। और बामै परभु की चमक कै देखै हैं। हम बी बाके हाँई बैसेई होनै लगै हैं, और हमरी चमक बढ़ती चली जावै है और जौ चमक परभु की आत्मा सै मिलै है।
अब परमेसर जो सिगरे किरपा को धनी है, जिसनै तुमकै मसी मै अपनी हमेसा की महिमा के ताँई बुलाओ है, तुमरो थोड़े देर को दुख सैहनै के बाद बौ खुदई तुमकै सिद्द, पक्के, सकतिसाली और तागत बारो बनागो।
मेरे पियारे भईयौ, अब हम परमेसर की औलाद हैं, मगर जौ अबी तक परकट ना भओ है कै हम का बनंगे। हम इतनो जानै हैं कै जब परमेसर को लौंड़ा परकट होगो, तौ हम बाके जैसेई हो जांगे, कैसेकै हम बाकै बैसेई देखंगे जैसो बौ है।