13 तुम कुछ बी काम मै दूसरे बिसवासिऔ की मंडलिऔ सै कम ना हे। सिरप जाके कै मैं पैसौ की बजै सै तुमरे ऊपर बोज ना बन्नो चाँहै हो। और जा अनियाय की बजै सै मैंकै माफ करौ।
जब दूसरे लोग कुछ पानै को हक रक्खै हैं, तौ का हमरो हक उन लोगौ सै जादा ना है? फिर बी हमनै इस हक को फाएदा ना उठाओ। उल्टा, हम मसी की अच्छी खबर के परचार मै कोई रुकाबट ना डारै हैं। इसताँई हम हर तरै सै दुख सैहबैं हैं।
सुनौ, मैं अब तीसरी दफै तुमरे धौंरे आनै के ताँई तईयार हौं। पर मैं तुमरे ऊपर किसी बी बात के ताँई बोज ना बनंगो। मैं तुमरी दौलत कै ना पर तुमकै चाँहौ हौं। कैसेकै औलाद सै जौ उमीद ना करी जावै है कै बे अईया-अब्बा के ताँई कमाऐं पर औलाद के ताँई अईया-अब्बा कमाबै हैं।