“मैं तौ एक यहूदी आदमी हौं जो किलिकिया के तरसुस मै पैदा भओ, पलो और ऐरूसलेम मै गमलीएल के धौंरे पढ़ो और अपने बापदादौं के नियमौ कै अच्छे सै सीको। मैं बी परमेसर को ऐंसो भक्त हौं जैसे तुम अब हौ।
उस बखत जब चेलौ की संखिया भौत बढ़ल लगी, तब यूनानी भासा बोलनै बारे लोग जौ सिकात करल लगे कै इबरानी भासा बोलनै बारे “हमरी भासा की उन बईयरौं कै जो राँड़ हैं, रोटी दैनै मै कानोबाँटो करै हैं।”
इसताँई मैं पूँछौ हौं, “का परमेसर नै अपनेई लोगौ कै छोड़ दओ है?” बिलकुल ना, कैसेकै मैं बी एक ईसराइली हौं, मैं इब्राहिम की औलाद और बिन्यामीन के गोत को हौं।
जो ईसराइली हैं और जिनकै परमेसर की औलाद होनै को अधकार है, जे परमेसर की महिमा कै देख चुके हैं, और परमेसर नै इनके संग करारनामो करो है। जिनकै मूसा के दुआरा देए भए नियम, सच्ची आराधना, और बचन दओ है।