जब मैंनै तुमरे धौंरे आनै के ताँई मन बनाओ हो, तौ तुमनै ऐंसो सोचो कै जौ सबई कुछ मैं बगैर सोचे समजे करौ हौं। तुमनै मेरे बारे मै जौ बी सोचो कै मैं दुनिया के आदमिऔ के हाँई एकई घड़ी मै हाँ मै हाँ और ना मै ना करौ हौं।
मैंकै बेबकूफ के हाँई बोलनै के ताँई तुमनै मजबूर करो। तुमकै तौ मेरी बड़ाई कन्नी चँईऐ ही। बैसे तौ मैं कुछ बी ना हौं, पर जिनकै तुम बड़े-बड़े भेजे भए चेला समजौ हौ उनसै मैं किसी बी बात मै कम ना हौं।
पर परभु नै मैंसै कैई कै, “मेरी किरपा तेरे ऊपर भौत है कैसेकै कमजोरिऔं मैई मेरी सकति सबसै जादा है।” इसताँई मैं अपनी कमजोरिऔं के ऊपर खुसी के संग घमंड करौ हौं कै मसी की सकति मेरे भीतर है।
पर अब सै हम किसी बी आदमी कै जा दुनिया की नजरौ के हिसाब सै ना देखंगे। पर एक बखत हो जब हम मसी कै जा दुनिया के लोगौ की नजरौ के हिसाब सै देखै हे पर अब ऐंसे ना देखै हैं।