2 मेरी तुमसै जौ बिनती है कै जब मैं तुमरे धौंरे आंगो तौ मैंकै कठोर बन्नै के ताँई मजबूर मत करिओ, कैसेकै जो लोग समजै हैं कै हम दुनिया के लोगौ के हाँई बरताब करै हैं, तौ मैं उनकै कठोर बनकै दिखांगो।
जब मैंनै तुमरे धौंरे आनै के ताँई मन बनाओ हो, तौ तुमनै ऐंसो सोचो कै जौ सबई कुछ मैं बगैर सोचे समजे करौ हौं। तुमनै मेरे बारे मै जौ बी सोचो कै मैं दुनिया के आदमिऔ के हाँई एकई घड़ी मै हाँ मै हाँ और ना मै ना करौ हौं।
मैं सरम के संग बोल रओ हौं कै हम इन बातौं कै कन्नै के ताँई बेसानी कमजोर हैं। मैं बेबकूफी सै बोल रओ हौं कै अगर कोई आदमी किसी चीज के ऊपर गर्ब कन्नै की हिम्मत करै है, तौ बैसेई हिम्मत मैं बी करौ हौं।
मैं तुमसै दूर होते भए बी तुमकै जे सब बात लिख रओ हौं कै जब मैं तुमरे धौंरे आंगो तौ मैंकै परभु के देए भए हक सै तुमरे संग कठोर बरताब कन्नो ना पड़ै। कैसेकै जौ हक मैंकै परभु नै देओ है बौ बिगाड़नै के ताँई ना पर तुमकै बढ़ानै के ताँई देओ है।
जब मैं दूसरी दफै तुमरे संग हो तौ मैंनै तुमकै चितौनी दई ही, और जब अब मैं तुमसै दूर हौं तौ मैं तुमकै फिर चितौनी देवौ हौं कै, अगर मैं फिर तुमरे धौंरे आंगो तौ जिन्नै पाप करो और जो पाप करते रैहबैं हैं, उनकै और बाकी के दूसरे लोगौ कै बी ना छोड़ंगो।