मगर अब मैं पूँछौ हौं, “का उनौनै हमरी अच्छी खबर कै ना सुनो हो?” हाँ सुनो हो, कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “उनकी अबाज सिगरी धरती मै फैल गई, और उनके बचन दुनिया के एक ओर सै दूसरी ओर तक पौंच गए।”
कैसेकै मैं उस किरपा के दुआरा जो मैंकै देओ गओ है, तुम्मै सै हर एक कै कैबौ हौं, कै जैसो समजनो चँईऐ, उस सै जादा कोई बी अपने आपकै ना समजै, पर परमेसर नै हर एक कै जितनो जितनो बिसवास दओ है, बैसेई सोच समजनै के बाद अपने आपकै समजै।
तौ फिर उसके किरपा सै हमकै जो अगल अगल बरदान मिले हैं, और जिसकै परमेसर को सन्देसो दैनै को बरदान मिलो है, और जितनो बिसवास देओ गओ है उसके हिसाब सै परमेसर को सन्देसो दे।