9 सच्ची मैई हमनै अपने मन मै जौ सोच लओ हो कै हमकै मौत की सजा दे दई है। जौ इसताँई भओ कै हम अपने ऊपर ना पर परमेसर के ऊपर भरोसो रक्खै हे जो मरे भएऔं कै फिर सै जिन्दो करै है।
हे भईयौ और बहनौ, जैसी मुसीबत हमनै एसिया मै झेली हीं बाके बारे मै तुमकै जरूर पतो होनो चँईऐ, और बे मुसीबत इत्ती बड़ी और भारी हीं कै हमरे सैहने सै बाहार हीं और ऐंसो लगै हो कै हमनै अपनी जिन्दगी सै बी हात धो दओ होए।
पर हम मट्टी के बा बरतन के हाँई हैं जिसमै जौ खजानो रक्खो भओ है। जिस्सै जौ साप-साप हो जाऐ कै बौ सकति जो कबी खतम ना होवै है, हमरी ओर सै ना पर बौ परमेसर की ओर सै है।