जब सकारो भओ तौ बे बा जघै कै पैचान ना सके पर एक खाड़ी देखी बौ ऐंसे दिखाई दे रई ही जैसो समन्दर को किनारो होए उनौनै सोची कै हो सकै तौ जा जिहाज कै बहाँ ले जाँय।
पर जो गलत काम हम चोरी चोरी करै हे उनकै हमनै छोड़ दओ है, और ना हम चालाँकी करै हैं और ना परमेसर के बचन मै मिलाबट करै हैं। पर हम सच्चाई कै परमेसर के सामने परकट करै हैं और सिगरे लोग अपने मनौ मै जौ जानै कै जौ बात सच्ची है।
परभु को डर मानते भए हम लोगौ कै समजानै की कोसिस करै हैं और परमेसर हमकै अच्छे ढंग सै जानै है, और मैं जौ उमीद करौ हौं कै तुमरो मन बी जौ बात जरूर जानै है।