गयुस नमस्कार भेजै है, जो मेरी और सैरे बिसवासिऔ की मंडली की खातरदारी अपने घर मै करै है। इरातुस जो सैहर को खजांची है और भईया कबारतुस बी तुमकै नमस्कार कैबै है।
ईसु मसी के बिसवास मै अग्गे बढ़ और अपने भीतर के मन कै साप रख। कैसेकै कुछ लोग अपने भीतर के मन मै धियान ना देवै हैं, और अपने बिसवास कै खो कै नास कर देवै हैं।