इसताँई हे भईयौ, परमेसर की दया कै याद करबाकै मैं तुमसै बिनती करौ हौं, कै अपने सरीर कै जिन्दो, पबित्तर और जैसो परमेसर कै अच्छो लगै है बैसो बलिदान करकै चढ़ाऔ, और जौई तुमरे ताँई सई सेवा है।
मैंनै तुमकै जौ उदाहरन इसताँई दओ कैसेकै जौ बात समजनी तुमरे ताँई मुसकल है। जैसे तुमनै बुराई के ताँई अपने सरीर के अंगौ कै असुद्द और गलत कामौ को दास बनाओ, बैसेई अब तुम पबित्तर होनै के ताँई अपने सरीर के अंगौ कै धारमिकता को दास बनाओ।
पर हम मट्टी के बा बरतन के हाँई हैं जिसमै जौ खजानो रक्खो भओ है। जिस्सै जौ साप-साप हो जाऐ कै बौ सकति जो कबी खतम ना होवै है, हमरी ओर सै ना पर बौ परमेसर की ओर सै है।
हे भईयौ, जो बात सच हैं, और जो बात इज्जत बारी हैं, और जो सई हैं, और जो बात पबित्तर हैं, और जो बात पियारी हैं, और जो बात मन कै पियारी लगै हैं, यानी जो बी भौत अच्छी और बड़ाई की बात हैं, उनई मै मन लगाए करौ।
बिहा सब मै इज्जत की बात समजी जाऐ और लोग-बईयर एक दूसरे के संग बिसवासजोग रैंह। कैसेकै परमेसर बैबिचार कन्नै बारौ कै और गलत तरीका सै सरीरिक सम्बंध रखनै बारौ कै सजा देगो।
बैसेई हे लोगौ, तुम बी अपनी समज सै अपनी बईयरौं के संग अच्छी जिन्दगी बिताऔ, और बईयरौं कै कमजोर समजकै उनकी इज्जत करौ; जौ समजकै कै हम दौनौ संगई किरपा की जिन्दगी के हकदार हैं जिस्सै कै तुमरी पिराथना ना रुकै।