हर एक घड़ी मै मैंनै मैहनत कर करकै तुमरे सामने दिखाओ है कै दूसरौं की कैसे सायता करैं। परभु ईसु के बचन कै याद रक्खौ जो बानै कैओ हो कै, ‘माँगनै सै दैनो जादा अच्छो है।’ ”
और इन बातौं के अलाबा बे आलसी होनै की बजै सै अपने काम कै छोड़कै चली जावै हैं। बे दूसरौं के घरौं मै झाँकती फिरै हैं और बेकार की बात बतकाते भए लोगौ के काम मै टांग अड़ावैं हैं। बे ऐंसी बात बतकावैं हैं जिनकै ना बतकनो चँईऐ।