उनौनै ईसु के धौंरे हेरोदिऔं के संग अपने चेला जौ सबाल पूँछनै भेजे, “गुरू! हम जानै हैं कै तू सच बोलै है और सच्चाई सै परमेसर के रस्ता की सिक्छा देवै है, और तू लोगौ की मौह देखी बात ना करै है।
“अरे कपटी सास्तरिऔं और फरीसिऔं! तुम्मै धिक्कार है। तुम लोगौ के ताँई सुरग के राज को मौहड़ो बन्द कर देवौ हौ तुम खुद तौ ना जाबौ हौ पर जो जानो चाँहै है, उनकै रोक देवौ हौ।
हम उन भौस्से लोगौ के हाँई ना हैं, जो परमेसर के बचनौ कै खुद के फाएदा के ताँई मिलाबट करै हैं। पर हम तौ परमेसर के बचनौ को परचार सच्चाई और ईसु मसी के हक सै और परमेसर की नजरौ के सामने करै हैं।
पर जो गलत काम हम चोरी चोरी करै हे उनकै हमनै छोड़ दओ है, और ना हम चालाँकी करै हैं और ना परमेसर के बचन मै मिलाबट करै हैं। पर हम सच्चाई कै परमेसर के सामने परकट करै हैं और सिगरे लोग अपने मनौ मै जौ जानै कै जौ बात सच्ची है।
कैसेकै अगुबा कै परमेसर को काम सौंपो गओ है, इस बजै सै उसकै निरदोस होनो चँईऐ, ना हटी, ना घुस्सा कन्नै बारो, ना पियक्कड़, ना मारपीट कन्नै बारो, और ना नीच कमाई को लालची हो,
जे बेकार की घमंड की बात करकै और सरीर की बुरी इच्छा और लुचपन की बातौं मै उनकै अपनी ओर खैंच लेबै हैं, जो गलत सिक्छा मै हैं उन लोगौ सै अबी-अबी बचकै लिकरे हैं।