इसताँई मैं जे दुख बी उठा रओ हौं, फिर बी मैं सरमाबौ ना हौं कैसेकै मैं जौ बात जानौ हौं कै मैंनै किस मै बिसवास करो है। मैंकै पक्को भरोसो है कै जो मैंकै चीज सौंपी हैं बाकी रखबारी बौ कर सकै है, जब तक कै बौ नियाय को दिन ना आय।
जिनौनै बा बखत मै परमेसर की बात ना मानी हीं, जब परमेसर सबर के संग पैंड़ो देख रओ हो और नूह को जिहाज बनाओ जा रओ हो, बा बड़े जिहाज मै थोड़े सेई मतलब आठ आदमी बचे हे।