ईसु नै उनसै कैई, “का तुमनै पबित्तर सास्तर को जौ बचन ना पढ़ो? राजमिस्तरिऔ नै जो पत्थर बेकार समजकै लिकार दओ हो बौई कौने को पत्थर बन गओ। जौ परभु को काम है, जो हमरी नजरौ मै अचम्बे को है।
कैसेकै जब हम परमेसर के दुसमन हे, तौ उसनै अपने लौंड़ा की मौत के दुआरा हमरो मेल अपने संग कराओ है, और अब मेल हो चुको है तौ हम मसी जिन्दगी दुआरा मुक्ति काए ना पांगे?
और बिसवास कन्नै बारे लोगौ के ताँई जौ पत्थर कीमती है। पर जो लोग बिसवास ना करै हैं उनके ताँई जिस पत्थर कै राजमिस्तरिऔ नै बेकार समजो बौई कौने को पत्थर बन गओ।
मैं समौन पतरस जो ईसु मसी को सेवक और भेजो भओ चेला हौं, जौ चिट्ठी मैं उन लोगौ के नाम लिख रओ हौं जो हमरे हाँई हमरे परमेसर और मुक्ति दैनै बारे ईसु मसी की धारमिकता के दुआरा सै बिसवास पावै हैं।
इसताँई उसनै हमकै बड़े और कीमती बादे दए हैं, ताकि तुम नास होनै सै बच सकौ जो जा दुनिया मै बुरी इच्छा सै आवै है, और तुम परमेसर के सौभाब के हिस्सेदार हो जाऔ।