मैं पौलुस जो मसी की दीनता और दया की बजै सै तुमसै बिनती करौ हौं। पर कुछ लोग कैबै हैं कै जब मैं तुमरे धौंरे होबौ हौं तौ नमर हौं पर जब दूर हौं तौ कठोर हौं।
पर जो गियान परमेसर की ओर सै आवै है, बौ पैले तौ पबित्तर होवै है, फिर सान्ति बारो, नरम सौभाब बारो, खुली सोच बारो, दया और अच्छे करमौ सै भरो भओ, और भेदभाब ना कन्नै बारो और खरो आदमी।