18 कैसेकै तुम जानौ हौ, कै जो बेकार की जिन्दगी तुमरे बापदादौं सै मिली है बासै तुमकै छुटकारो मिलो है और जौ छुटकारो सौने या चाँदी जैसी चीजौ सै ना मिलो है जो नास हो जावै है।
कैसेकै तुम लोग अबिसवासी आदमिऔ के हाँई बैबिचार, बुरी इच्छा, पियकड़ लोग, ऐंसी दाबतौं मै जानो जहाँ कुकरम और बैबिचार होवै हैं, और दारू पीनै की दाबत और बेकार की मूरती पूजा कन्नै मै बौ बखत बिता चुके हौ।