17 इसई सै हम्मै पियार पक्को हो गओ है ताकि नियाय के दिन हम्मै हिम्मत बनी रैह। कैसेकै जो जिन्दगी हम जा दुनिया मै जी रए हैं, बौ मसी की जिन्दगी के हाँई है।
पर बाके बचन के दुआरा जा जमाने के आसमान और धरती कै आग सै नास कन्नै के ताँई बचाकै रक्खो है, और नियाय के दिन तक और परमेसर कै ना माननै बारे लोगौ को नास होनै तक ऐंसेई रैहंगे।