पियारे भईयौ, मैं तुमकै कोई नई आगियाँ ना लिख रओ हौं, जौ बौई पुरानी आगियाँ है, जो सुरू सै तुमकै मिली है। जौ पुरानी आगियाँ को बचन है, जिसकै तुम सुन चुके हौ।
हे पियारे लोगौ, हमकै दूसरौं सै पियार रखनो चँईऐ, कैसेकै पियार परमेसर सै मिलै है और हर कोई जो पियार करै है, बौ परमेसर की औलाद बन गओ है, और परमेसर कै जानै है।