कैसेकै सरीर की इच्छा आत्मा के बिरोद मै है, और आत्मा की इच्छा सरीर के बिरोद मै है। जे दौनौ आपस मै बिरोदी हैं। इसताँई कै जो तुम कन्नो चाँहौ हौ, बाकै ना कर पावौ हौ।
हे पियारे लोगौ, हमकै दूसरौं सै पियार रखनो चँईऐ, कैसेकै पियार परमेसर सै मिलै है और हर कोई जो पियार करै है, बौ परमेसर की औलाद बन गओ है, और परमेसर कै जानै है।
हम जानै हैं कै जो कोई परमेसर की औलाद बन गओ है बौ पाप ना करतो रैहबै है। बलकन जो परमेसर की औलाद हैं उनकै परमेसर बचाकै रक्खै है और बौ दुसट उनको कुछ बी ना बिगाड़ पावै है।