मेरे पियारे भईयौ, अब हम परमेसर की औलाद हैं, मगर जौ अबी तक परकट ना भओ है कै हम का बनंगे। हम इतनो जानै हैं कै जब परमेसर को लौंड़ा परकट होगो, तौ हम बाके जैसेई हो जांगे, कैसेकै हम बाकै बैसेई देखंगे जैसो बौ है।
इसई सै हम्मै पियार पक्को हो गओ है ताकि नियाय के दिन हम्मै हिम्मत बनी रैह। कैसेकै जो जिन्दगी हम जा दुनिया मै जी रए हैं, बौ मसी की जिन्दगी के हाँई है।