तुम अपने अब्बा सैतान की औलाद हौ। और तुम अपने अब्बा की इच्छा मै चलनो चाँहौ हौ। बौ सुरू सैई हत्तियारो हो। और बौ सच्चाई मै कबी कायम ना रैहबै है। कैसेकै बामै सच्चाई हैई ना। जब बौ झूँट बोलै है तौ अपने सौभाब सै बोलै है, कैसेकै बौ झूँटो है और झूँट को अब्बा है।
जो बुराई जे दूसरौं के संग करै हैं, तौ बैसोई इनौई के संग बुरो होगो; उनकै दिन के उज्जेरे मै सरीर के मजे के ताँई गन्दो काम कन्नो अच्छो लगै है, जे लोग कलंक और दोस हैं। जब बी बे दाबतौं मै रोटी खानै के ताँई तुमरे संग इखट्टे होवै हैं, तौ ऐंसो बरताब करै हैं जो आदमी के ताँई सरम की बात है।
अगर कोई कैबै है कै, “मैं परमेसर सै पियार करौ हौं” और बौ अपने भईया सै नफरत करै, तौ बौ झूँटो है। कैसेकै जो अपने भईया सै पियार ना करै है, जिसकै बौ देखै है, तौ बा परमेसर कै जिसकै बानै कबी देखोई ना है, पियार कैसे कर सकै है?
कैसेकै जब कुछ बिसवासी भईयौ नै मेरे धौंरे आकै, तेरी गभाई दई कै सच्चाई के बारे मै तू बिसवासजोग है। जैसे तू सच्चाई मै चलै है, तौ मैं जौ सुनकै भौत खुस भओ।