18 तौ फिर मेरी डिहाड़ी किस चीज मै है? जामै है कै जब मैं किसी सै बिना कुछ लेए भए मसी की अच्छी खबर को परचार करौ हौं, और अच्छी खबर सुनानै मै जो कुछ मेरो पानै को हक है, बाको फाएदा मैं ना उठामौ हौं।
और जो जा दुनिया की चीजौ के लेन-देन मै डूबै हैं, बे ऐंसे रैह, मानौ इन चीज को उनसै कोई मतलब ना हैं, कैसेकै जो दुनिया हम देख रए हैं बौ जादा बखत तक टिकी ना रैहगी।
जब दूसरे लोग कुछ पानै को हक रक्खै हैं, तौ का हमरो हक उन लोगौ सै जादा ना है? फिर बी हमनै इस हक को फाएदा ना उठाओ। उल्टा, हम मसी की अच्छी खबर के परचार मै कोई रुकाबट ना डारै हैं। इसताँई हम हर तरै सै दुख सैहबैं हैं।
पर मैंनै इनमै सै किसी बी बात को सहारो ना लओ। जे सबई बात मैं इसताँई ना लिख रओ हौं कै जौ सब तुम मेरे ताँई करौ, कैसेकै इस्सै अच्छो तौ मेरो मर जानो सई है कै, कोई मेरे घमंड कै बेकार ठैराऐ।