11 अगर हमनै तुमरे ताँई आत्मिक बीज बोए, तौ का जौ कोई बड़ी बात है, कै हमकै तुमरी चीजौ मै सै अपनी जरूरतौं की चीज तुमसै मिलै।
रस्ता के ताँई ना झोला, ना दो कुरता, ना जूता, ना लठिया ले जाऔ कैसेकै मजदूर कै रोटी को हक है।
उनकै ऐंसो कन्नो अच्छो लगै है, और बे यहूदिऔं के करजदार हैं। कैसेकै अगर गैर यहूदी लोग यहूदिऔं के आत्मिक आसीसौ मै सामिल भए हैं तौ गैर यहूदिऔं कै बी यहूदिऔं की जरूरतमन्द चीजौ मै मदत कन्नी चँईऐ।
इसई तरै सै परभु नै बी हुकम दओ है, कै जो लोग अच्छी खबर को परचार करैं हैं। बे बाई सेवा सै अपनो घर चलाऐ।
इसताँई अगर सैतान के सेवक बी, परमेसर के सेवकौ के हाँई रूप धर लैं तौ जामै का बड़ी बात है? पर आखरी मै उनको नास उनके कामौ के हिसाब सै होगो।
जो तुमकै बचन की सिक्छा देवै है, बाके संग तुमकै अपनी जिन्दगी की अच्छी चीजौ कै बाँटनो चँईऐ।
मैं ऐंसो इसताँई ना कैरओ हौं कै मैं दान को भूँको हौं, पर मैं तौ ऐंसो चाँहौ हौं, कै तुमरो फाएदा होतो रैह।