5 तुम आपस मै एक दूसरे सै अगल ना रौह, पर रैहनो है तौ आपस मै बातचीत करकै कुछ बखत पिराथना के ताँई जरूर लिकारिओ और फिर उसके बाद संगई रैहईओ। कहीं ऐंसो ना हो जाऐ कै तुम खुद के ऊपर काबू ना रख सकौ और सैतान तुमकै परखै।
इसताँई जब मैंसै रैहओ ना गओ तौ तुमरे बिसवास को हालचाल जान्नै के ताँई मैंनै तीमुथियुस कै भेजो। कैसेकै मैंकै जा बात को डर हो कै कहीं सैतान तुमकै अपने लालच मै फसा ना लै और हमरी मैहनत बेकार चली जाय।