तू आगियाँऔ कै तौ जानै है, कतल ना कन्नो, बईयरौं के संग गलत काम ना कन्नो, चोरी ना कन्नी, झूँटी गभाई ना देनी, छल ना कन्नो, अपने अब्बा और अईया को आदर कन्नो।”
इसताँई तुम बी बिसवासी भईया या बहन के संग पाप ना करिओ और ना गलत फाएदा उठईओ, कैसेकै परभु इन सिगरी बातौं को बदलो लेगो। जे सिगरी बात मैंनै तुमकै पैलेई बता दंई और ढंग सै समजा बी दंई हैं।
देखौ, जिन मजदूरौ नै तुमरे खेतौ की फसल काटी और तुमनै उनकी डिहाड़ी धोको देकै रख लई है, बे चिल्लाकै रो रए हैं और उनकी चीख पुकार सरब सकतिमान परभु के कानौ तक जा रई है।