12 अगर कोई कैए कै, “मैंकै सबई कुछ कन्नै को हक दओ है” पर सबई कुछ मेरे फाएदा के ताँई ना है। “मैंकै सबई कुछ कन्नै को हक दओ है” पर मैं खुद कै किसी बी चीज को गुलाम ना बनन देवौ हौं।
जब मूरतिऔं के सामने बलि करी भई चीजौ के खानै के बारे मै हम जानै हैं कै, “जा दुनिया मै मूरत कुछ बी चीज ना है, और हम जानै हैं कै एक कै छोड़कै और कोई दूसरो परमेसर ना है।”
जब दूसरे लोग कुछ पानै को हक रक्खै हैं, तौ का हमरो हक उन लोगौ सै जादा ना है? फिर बी हमनै इस हक को फाएदा ना उठाओ। उल्टा, हम मसी की अच्छी खबर के परचार मै कोई रुकाबट ना डारै हैं। इसताँई हम हर तरै सै दुख सैहबैं हैं।
जे लोग तुमरी दाबतौं मै आकै बेसरमौ के हाँई खावै-पीवै हैं और तुमरे ताँई जे लुके भए खतरा हैं और जे ऐंसे भेड़ चुंगानै बारे हैं जो अपनेई बारे मै सोचै हैं, बे बिना बरसे बादर के हाँई हैं, जिनकै बियार उड़ा ले जावै है, बे पतझड़ बारे बिना फल के पेड़ हैं, जो दो बार मर चुके हैं और जड़ सै उखड़ गए हैं।