बौ रस्ता के किनार अंजीर को पेड़ देक्कै उसके धौंरे गओ, पर उसकै उसमै पत्तौ के सिबा कुछ ना मिलो। तब बानै पेड़ सै कैई, “तैमै फिर कबी फल ना लगैं!” और उसई बखत अंजीर को बौ पेड़ सूक गओ।
“अरे कपटी सास्तरिऔं और फरीसिऔं! तुम्मै धिक्कार है। तुम लोगौ के ताँई सुरग के राज को मौहड़ो बन्द कर देवौ हौ तुम खुद तौ ना जाबौ हौ पर जो जानो चाँहै है, उनकै रोक देवौ हौ।
हे भईयौ और बहनौ, मैं तुमकै जौ बोल रओ हौं कै, जा धरती को सरीर और खून परमेसर के राज के हकदार ना हो सकै हैं, और नास होनै बारी चीज, ना नास होनै बारी चीज के हकदार ना हो सकै हैं।
मेरो कैनै को मतलब जौ है कै अगर कोई बिसवासी भाई बईयरौं सै गलत काम कन्नै बारो, लालची, या मूरती पूजा कन्नै बारो, चुगली कन्नै बारो, सरापी या धोकेबाज है, तौ ऐंसे आदमी के संग मेल-जोल रखनो तौ दूर बाके संग रोटी बी ना खइओ।
चिड़नो, दारूबाज, रंगरलियाँ, और इनके हाँई और बी भौस्से काम हैं। इन बातौं के बारे मै तुमकै मैं पैलेई सै चौकस कर देवौ हौं जैसो मैंनै पैले बी कैई ही कै, जो लोग ऐंसी बात करै हैं बे परमेसर के राज के बारिस ना हौंगे।
कैसेकै तुम जौ बात कै जानौ हौ कै बैबिचार कन्नै बारो और गन्दे काम कन्नै बारो और लालची आदमी एक मूरती पूजा कन्नै बारे आदमी के बराबर है और बौ मसी और परमेसर के राज मै कबी ना जा सकै है।
इसताँई तुम बी बिसवासी भईया या बहन के संग पाप ना करिओ और ना गलत फाएदा उठईओ, कैसेकै परभु इन सिगरी बातौं को बदलो लेगो। जे सिगरी बात मैंनै तुमकै पैलेई बता दंई और ढंग सै समजा बी दंई हैं।