7 कौन कैबै है कै तू दूसरौं सै जादा अच्छो है? और जो कुछ बी तेरे धौंरे है, बौ सिगरो परमेसर की ओर सै देर खाओ है। जो बी तेकै देर खाओ है तौ तू बाके ऊपर घमंड काए करै है, जैसे कै मानौ तुमकै दओई ना होए?
कैसेकै मैं उस किरपा के दुआरा जो मैंकै देओ गओ है, तुम्मै सै हर एक कै कैबौ हौं, कै जैसो समजनो चँईऐ, उस सै जादा कोई बी अपने आपकै ना समजै, पर परमेसर नै हर एक कै जितनो जितनो बिसवास दओ है, बैसेई सोच समजनै के बाद अपने आपकै समजै।
तौ फिर उसके किरपा सै हमकै जो अगल अगल बरदान मिले हैं, और जिसकै परमेसर को सन्देसो दैनै को बरदान मिलो है, और जितनो बिसवास देओ गओ है उसके हिसाब सै परमेसर को सन्देसो दे।
पर मैं जो कुछ बी हौं, बौ परमेसर की किरपा सै हौं। बाकी किरपा जो मेरे ऊपर भई, बौ बेकार ना गई। पर मैंनै सबई सै जादा मैहनत करी, तौबी जौ मेरी ओर सै ना पर परमेसर की किरपा सै भओ, जो मेरे ऊपर ही।
पर मैं तौ जौ चाँहौ हौं कै, सिगरे आदमी ऐंसेई बनै जैसे मैं हौं। पर परमेसर की ओर सै हर एक कै अगल अगल बरदान मिले हैं, किसी कै किसी तरै को, किसी कै किसी और तरै को।