कैसेकै अगर मैं जा हक के बारे मै घमंड करौं जो परभु नै तुमरे नास के ताँई ना पर तुमरे आत्मिक रूप कै बढ़ानै के ताँई दओ है, तौ बाके ताँई मैं सरमिन्दा ना हौंगो।
मैंनै तीतुस सै तुमरे धौंरे जानै के ताँई बिनती करी और बाके संग एक बिसवासी भईया कै बी भेजो। का तीतुस नै तुमरो गलत फाएदा उठाओ? का हम एकई आत्मा के दुआरा एक जैसी चाल ना चलै हे?
मैं तुमसै दूर होते भए बी तुमकै जे सब बात लिख रओ हौं कै जब मैं तुमरे धौंरे आंगो तौ मैंकै परभु के देए भए हक सै तुमरे संग कठोर बरताब कन्नो ना पड़ै। कैसेकै जौ हक मैंकै परभु नै देओ है बौ बिगाड़नै के ताँई ना पर तुमकै बढ़ानै के ताँई देओ है।
जब मैं दूसरी दफै तुमरे संग हो तौ मैंनै तुमकै चितौनी दई ही, और जब अब मैं तुमसै दूर हौं तौ मैं तुमकै फिर चितौनी देवौ हौं कै, अगर मैं फिर तुमरे धौंरे आंगो तौ जिन्नै पाप करो और जो पाप करते रैहबैं हैं, उनकै और बाकी के दूसरे लोगौ कै बी ना छोड़ंगो।
और मैंनै जौ बात इसताँई लिखी कै कहीं ऐंसो ना हो जाय कै जब मैं आऔं तौ जिन लोगौ सै मैंकै खुसी मिलनी चँईऐ, कहीं बे मैंकै दुख दैं। कैसेकै मैंकै तुम सबई के ऊपर जा बात को पक्को बिसवास है कै जो मेरी खुसी है, बौई तुमरी बी खुसी है।
हम मसी के भेजे भए चेला होनै की बजै सै अपनो हक जता सकै हैं। पर हम तुमरे संग पियार सै रैहए, जैसे अईया अपने बालकौ कै खबा पिबा कै उनकै पालै है, बैसेई हमनै बी तुमरे संग कोमलता दिखाई है।
पर जो गियान परमेसर की ओर सै आवै है, बौ पैले तौ पबित्तर होवै है, फिर सान्ति बारो, नरम सौभाब बारो, खुली सोच बारो, दया और अच्छे करमौ सै भरो भओ, और भेदभाब ना कन्नै बारो और खरो आदमी।