परमेसर के बा किरपा सै, जो मैंकै देओ गओ है। मैंनै समजदार राजमिस्तरी के हाँई नीह डारी, और दूसरो बामै लद्धा रखै है, पर हर एक आदमी चौकस रैह, कै बौ बामै कैसो लद्धा रखै है।
पर कुछ बी होए परमेसर की बुनियाद पक्की और मजबूत है और बामै जौ लिखो पड़ो है कै, “परभु अपने लोगौ कै जानै है।” और जो ऐंसो कैबै हैं कै, “मैं परभु को हौं, तौ बाकै बुरे काम सै बचकै रैहनो चँईऐ।”