1 हे भईयौ और बहनौ, मैं तुमसै इस तरै सै बात ना कर सको जैसे आत्मिक लोगौ सै करौं हौं, पर तुम्मै जो लोग मसी के बिसवास मै बालकौ के हाँई हैं। मैंनै उनके संग ऐंसी बात करीं जैसी दुनिया के लोगौ के संग करौ हौं।
फिर ईसु पतरस की ओर मुड़ो और बोलो, “ओ सैतान! मेरे रस्ता सै हट जा, तू मेरे रस्ता मै रुकाबट बन रओ है। कैसेकै तू परमेसर के हाँई ना पर आदमिऔ के हाँई सोचै है।”
तौबी मैं उनकै जो बिसवास मै पक्के हैं। उन लोगौ कै बुद्धि की बातौं कै सुनावौं हौं, पर ऐंसी बुद्धि की बात ना जो जा दुनिया की हैं और ना जा दुनिया के राजाऔं की, जो मिटनै बारे हैं।