11 जो बात आदमी के मन मै है, बाकै कोई दूसरो ना पर बाई की आत्मा समज सकै है। इसई तरीका सै परमेसर की सिगरी बातौं कै बी परमेसर की आत्मा समज सकै है।
कैसेकै परमेसर के आत्मा के दुआरा किसी कै बुद्धि की बात दंई हैं, और किसी कै बाई आत्मा के दुआरा गियान की बात दंई हैं।
पर परमेसर नै उन बातौं कै अपनी आत्मा के दुआरा हमरे ऊपर परकट करो है। परमेसर की आत्मा उन सिगरी बातौं को पतो लगा लेबै है, चाँहे बे परमेसर की कितनी गैहरी बात काए ना हौं।